Anantnag Encounter Update: अनंतनाग एनकाउंटर में बड़ा अपडेट, मारा गया लश्कर कमांडर उजैर, शव भी कब्जे में, दो शवों की तलाश जारी
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मारा गया लश्कर कमांडर VIDEO; आज मेजर, कर्नल और DSP की आत्मा को मिली होगी शांति, अनंतनाग एनकाउंटर में आतंकियों को लीड कर रहा था

Anantnag Encounter Update Three Terrorists Killed With LeT Commander

Anantnag Encounter Update Three Terrorists Killed With LeT Commander

Anantnag Encounter Update: अनंतनाग में आतंकियों से लोहा लेते शहीद हुए मेजर, कर्नल और DSP की आत्मा को आज शांति जरूर मिली होगी। अब उनकी शहादत का बदला ले लिया गया है। भारतीय सेना और कश्मीर पुलिस के संयुक्त ऑपरेशन में लश्कर-ए-तैयबा का कमांडर मार गिराया गया है। साथ ही उसका शव बरामद कर लिया गया है।

ADGP कश्मीर विजय कुमार ने बताया कि, अभी लश्कर-ए-तैयबा का कमांडर उजैर मारा गया है और उसका शव मिल गया है। एक और आतंकी का शव दिख रहा है लेकिन उसका शव अब तक बरामद नहीं हुआ है। खोज अभियान जारी है... हमारे पास 2 से 3 आतंकियों के होने की सूचना थी। हो सकता है कि तीसरे का शव भी वहीं आसपास पड़ा मिले। ADGP ने कहा कि, खोज अभियान जारी रहेगा। सभी से अपील है कि, अभी कोई एनकाउंटर वाली जगह पर न जाये। क्योंकि वहां विस्फोटक सेल पड़े हो सकते हैं। जिनसे खतरा हो सकता है।

फिलहाल, सेना और कश्मीर पुलिस के हाथ सबसे बड़ी सफलता लश्कर-ए-तैयबा (LeT) कमांडर उजैर को मार गिराने की है। यही लश्कर कमांडर इस एनकाउंटर को लीड कर रहा था। इसी के नेत्रत्व में हमारे में सेना के दो अधिकारी (कर्नल मनप्रीत सिंह, मेजर आशीष धौंचक) और जेके पुलिस के एक यंग डीएसपी हुमायूं भट्ट की शहादत हुई।

 

अनंतनाग में 13 सितम्बर को घेरे गए आतंकी

मालूम रहे कि, अनंतनाग के कोकेरनाग जंगल क्षेत्र में एक पहाड़ी घाटी पर इन आतंकियों के होने की सूचना मिली थी। जिसके बाद सेना और कश्मीर पुलिस ने आतंकियों की तलाश में घेराबंदी कर ली थी। वहीं खुद को घिरा देखा आतंकियों ने गोलीबारी शुरू कर दी। धीरे-धीरे कोकेरनाग का जंगल धमाकों से गूंजने लगा। इस बीच सेना और कश्मीर पुलिस के जवानों ने मोर्चा संभाला और आतंकियों से लोहा लिया। हालांकि, एनकाउंटर के पहले दिन ही हमारे लिए बुरी खबर आई कि हमने अपने तीन अधिकारी और एक अन्य जवान को गवां दिया। बता दें कि, ड्रोन के जरिये आतंकियों का पता लगाया जा रहा था और ग्रेनेड लॉन्चर का इस्तेमाल कर उनपर सीधे ग्रेनेड दागे जा रहे थे। क्योंकि अब बात शहादत के बदले की भी थी।